खुशी और सफलता —ये दो शब्द हमारी जिंदगी में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। हर व्यक्ति इनकी तलाश में जीवन के सफर पर निकलता है। परंतु क्या वाकई हम जानते हैं कि असली खुशी और सफलता क्या है? अक्सर हम इन्हें बाहरी उपलब्धियों, भौतिक संपत्तियों, और सामाजिक मान्यता में खोजते हैं, परंतु आध्यात्मिक दृष्टिकोण से इनकी परिभाषा बिल्कुल भिन्न होती है। असली खुशी: आत्मा की शांति आध्यात्मिकता के अनुसार, खुशी किसी बाहरी वस्तु या घटना पर निर्भर नहीं करती। यह हमारे अंदर है, हमारी आत्मा में। जब हम अपने भीतर की ओर देखते हैं और स्वयं को जानने का प्रयास करते हैं, तो हमें सच्ची खुशी का अनुभव होता है। खुशी का यह अनुभव: 1. स्वीकृति में छिपा है: जब हम स्वयं को और अपने जीवन को जैसा है, वैसा स्वीकार करना सीखते हैं, तो हम दुख और असंतोष से मुक्त हो जाते हैं। 2. वर्तमान में जीने में है : जब हम अतीत के पछतावे और भविष्य की चिंताओं से मुक्त होकर वर्तमान में जीते हैं, तो हमें खुशी महसूस होती है। 3. सकारात्मक दृष्टिकोण में है : अपने विचारों और दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाने से मन की शांति और प्रसन्नता बढ़ती है। असली सफलता: ...
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