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फ़रवरी, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आपन बोली भोजपुरी

भोजपुरी भाषा: इतिहास, साहित्य आ प्रमुख कवि भोजपुरी भारत के प्रमुख भाषन में से एक बा, जवन खास तौर पर उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल, बिहार के पश्चिमी भाग, झारखंड के कुछ इलाका, आ नेपाल के तराई क्षेत्र में बोलल जाला। एही के अलावा, दुनियाभर में, खास कर के मॉरीशस, त्रिनिदाद, गुयाना, सूरीनाम, फिजी, आ कैरिबियन देसवा में भी भोजपुरी बोले वाला लोग रहेला। भोजपुरी भाषा देवनागरी लिपि में लिखल जाला, बाकिर कई ठे जगह रोमन लिपि में भी लिखे के प्रचलन बा। भोजपुरी भाषा अपन मिठास, सहजता आ अपन लोकगीतन खातिर जानल जाला। भोजपुरी भाषा के इतिहास भोजपुरी भाषा के जड़ संस्कृत आ प्राकृत भाषा से जुड़ल बा। एह भाषा के विकास में अवधी, मगही आ मैथिली भाषा के भी असर पड़ल बा। एह भाषा के प्राचीनता एही से भी साबित होला कि 11वीं-12वीं शताब्दी के कुछ साहित्यिक प्रमाण भोजपुरिए भाषा में मिलेला। भोजपुरी भाषा के प्रचलन स्वतंत्रता संग्राम में भी देखे के मिलेला। खुद महात्मा गांधी भी भोजपुरिए भाषा में कई ठे भाषण देले रहलें। भोजपुरी साहित्य के स्वरूप भोजपुरी साहित्य के खासियत ई बा कि ई जन-जन के भाषा बा। एह भाषा में लोकगीत...

जब विधान सभा में सुनाई देगी का हो विधायक जी

 का हो विधायक जी, हमार इलाका में सड़क बनत की नाही? उत्तर प्रदेश की बोलियां और विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ऐतिहासिक निर्णय उत्तर प्रदेश न केवल अपनी संस्कृति और विरासत के लिए मशहूर है, बल्कि यहां की बोलियों की विविधता भी इसे अनोखा बनाती है। यह राज्य जितना विशाल है, उतनी ही इसकी भाषाई पहचान भी समृद्ध है। यहां भोजपुरी, अवधी, ब्रज, बुंदेली, कन्नौजी, बघेली, हरियाणवी, पहाड़ी, खड़ी बोली जैसी कई क्षेत्रीय बोलियां जीवंत रूप से प्रचलित हैं। लेकिन, अब तक यह बोलियां आमजन के संवाद का हिस्सा तो थीं, मगर विधानसभा की चर्चाओं में इन्हें वह स्थान नहीं मिला, जिसकी वे हकदार थीं। इस बार विधानसभा के  बजट सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए भोजपुरी, अवधी, बुंदेली और ब्रज जैसी प्रमुख बोलियों में चर्चा की अनुमति दे दी है। यह निर्णय प्रदेश की भाषाई धरोहर को सहेजने और स्थानीय संवाद को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।   प्रदेश की प्रमुख बोलियां: भाषाई धरोहर की झलक यूपी को इसकी अलग-अलग बोलियां एक सांस्कृ...

आइए अपनी सेहत के लिए कुछ बात करते हैं...

स्वस्थ जीवनशैली (Healthy Lifestyle)  लोग आजकल बेहतर स्वास्थ्य, फिटनेस और मानसिक शांति की तलाश में रहते हैं। स्वस्थ जीवनशैली अपनाना कोई मुश्किल काम नहीं है, बस थोड़ी सी जागरूकता और नियमितता की जरूरत है। जब आप इन आदतों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लेंगे, तो न केवल आपका शरीर स्वस्थ रहेगा बल्कि मानसिक शांति भी बनी रहेगी। तो आज ही से शुरुआत करें और खुद को एक बेहतर, खुशहाल और स्वस्थ जीवन का तोहफा दें। --- स्वस्थ जीवनशैली: क्यों है यह आज की जरूरत? आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद को स्वस्थ रखना किसी चुनौती से कम नहीं है। खराब खानपान, तनाव और शारीरिक निष्क्रियता ने लोगों की सेहत पर गहरा असर डाला है। ऐसे में स्वस्थ जीवनशैली अपनाना बेहद जरूरी हो गया है। लेकिन सवाल उठता है कि इसे कैसे अपनाया जाए? इस लेख में हम आपको आसान और रोचक तरीके से स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के टिप्स देंगे। --- 1. सही खानपान (Balanced Diet) खानपान का सीधा असर हमारे शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। जंक फूड की जगह पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें। क्या खाएं: मौसमी फल और सब्जियां होल ग...

दुनिया के टॉप 10 प्रोफेशन और उसके मजेदार पहलू

आज के जमाने में हर कोई बेहतर करियर की तलाश में है। लेकिन हर प्रोफेशन की अपनी समस्याएं और मजेदार पहलू होते हैं। आइए दुनिया के टॉप 10 प्रोफेशन की असलियत पर थोड़ा हंसी-मजाक करें। - 1. डॉक्टर: भगवान का असली प्रतिनिधि या बटुआ हल्का करने वाला? डॉक्टर का काम इंसान को जिंदगी देना है, लेकिन फीस सुनकर मरीज की सांसें रुक जाती हैं। ऑपरेशन से पहले मरीज को सांत्वना दी जाती है ,आपकी जिंदगी हमारे हाथ में है। और ऑपरेशन के बाद बिल थमाते वक्त अब आपकी जेब भी हमारे हाथ में है। --- 2. इंजीनियर: पुल बनाएंगे या रिश्ते तोड़ेंगे? इंजीनियर हर समस्या का समाधान जुगाड़ में ढूंढ लेते हैं। घर वाले हमेशा पूछते हैं, बेटा, सरकारी नौकरी लगी? और इंजीनियर मन में सोचता है, भई, मुझे कोडिंग का पुल बनाने से फुर्सत मिले तो सोचूं। - 3. वकील: इंसाफ का ठेकेदार या बातों का जादूगर? वकील का काम है सच को इतना उलझा देना कि जज भी सोचने लग जाए  भाई, ये सच था या झूठ? कोर्ट में उनकी बहस सुनकर यही लगता है कि ये तो काव्यपाठ प्रतियोगिता जीत सकते हैं। --- 4. टीचर: ज्ञान का समुद्र या स्कूल की घंटी का इंतजार करने वाला टीचर बच्चों को भविष्य क...